नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 मई को गुजरात का दौरा करेंगे। लगभग साढ़े दस बजे सुबह प्रधानमंत्री गांधीनगर में अखिल भारतीय शिक्षा संघ अधिवेशन में सम्मिलित होंगे। उसके बाद, वे बारह बजे दोपहर को गांधीनगर में लगभग 4400 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। लगभग तीन बजे अपराह्न प्रधानमंत्री गिफ्ट सिटी जायेंगे।
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
गांधीनगर के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री 2450 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें शहरी विकास विभाग, जलापूर्ति विभाग, सड़क और यातायत विभाग तथा खान और खनिज विभाग की परियोजनायें शामिल हैं।
जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाना है, उनमें बनासकांठा जिले की बहुग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजनायें, अहमदाबाद में नदी पर ओवरब्रिज, नारोदा जीआईडीसी में अपशिष्ट जल संग्रहण नेटवर्क, मेहसाणा व अहमदाबाद में सीवर उपचार संयंत्र, दाहेगाम में प्रेक्षागृह आदि शामिल हैं। जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी जानी है, उनमें जूनागढ़ जिले में बल्क पाइपलाइन परियोजना, गांधीनगर जिले में जलापूर्ति योजनाओं को बढ़ाना, फ्लाईओवर ब्रिज, नये जल वितरण स्टेशन, विभिन्न शहरी सड़कों का निर्माण आदि शामिल है।
प्रधानमंत्री पीएमएवाई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। इसके साथ ही इस योजना के तहत निर्मित लगभग 19 हजार मकानों के गृहप्रवेश में सम्मिलित होंगे। वे कार्यक्रम के दौरान योजना के लाभार्थियों को मकानों की चाबियां सौंपेंगे। इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 1950 करोड़ रुपये है।
गिफ्ट सिटी में प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ‘गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी’ (गिफ्ट सिटी), गांधीनगर का दौरा करेंगे। दौरे के समय वे गिफ्ट सिटी में चलने वाली विभिन्न परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा करेंगे। गिफ्ट-आईएफएससी संस्थाओं के साथ बातचीत भी होगी, ताकि गिफ्ट सिटी में भावी योजनाओं तथा संस्थाओं के अनुभवों को समझा जा सके। प्रधानमंत्री शहर की मुख्य अधोरचना सुविधाओं को भी देखेंगे, जिनमें ‘अंडरग्राउंड यूटीलिटी टनल’ और ‘ऑटोमेटेड वेस्ट कलेक्शन सेग्रीगेशन प्लांट’ शामिल हैं।
अखिल भारतीय शिक्षा संघ अधिवेशन
प्रधानमंत्री अखिल भारतीय शिक्षा संघ अधिवेशन में सम्मिलित होंगे, जो अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक परिसंघ का 29वां द्विवार्षिक सम्मेलन है। इस सम्मेलन की विषयवस्तु ‘टीचर्स आर एट दी हार्ट ऑफ ट्रांसफॉर्मिंग एडूकेशन’ (शिक्षा को परिवर्तित करने में शिक्षकों की केंद्रीय भूमिका) है।